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मोपला विद्रोह

मोपला विद्रोह या मालाबार विद्रोह 1921 में हुआ, जो कि केरल राज्य का हिस्सा है। मपिला मुसलमानों ने ब्रिटिश उपनिवेशवाद और हिंदू जमींदारों के खिलाफ दंगे किए।


यह विद्रोह के सामाजिक-आर्थिक कारणों से हुआ, जैसे कि कृषि और भूमि किराया संबंधी समस्याएं, धार्मिक असंतोष।


जल्द ही यह विद्रोह हिंसा में तब्दील हो गया क्योंकि अधिकार, बुनियादी ढांचे और औपनिवेशिक प्रशासन के प्रतीकात्मक लक्ष्यों पर हमला होने लगा।

कारण


1. कृषि संबंधी चिंता: मपिला, जो ज्यादातर मुस्लिम बटाईदार किसान थे, निर्दयी कृषि व्यवस्था और जमींदारों द्वारा लगाई गई उच्च किराया दर के कारण पीड़ित थे।


2. धर्म और संस्कृति: मपिलाओं को लगा कि ब्रिटिश शासन उनके धर्म और रीति-रिवाजों को खतरे में डाल रहा है, जिससे व्यापक सामाजिक परिवर्तन किए।


3. राजनीतिक शिकायतें: कई मपिला ब्रिटिश उपनिवेशवादी नीतियों से नाखुश थे, जिसमें भेदभाव और राजनीतिक मान्यता की कमी शामिल थी।


4. खिलाफत आंदोलन: खिलाफत आंदोलन, जिसका उद्देश्य ओटोमन खलीफ़ा के संरक्षण के लिए था, ने इस विद्रोह में मुस्लिम समर्थन को जुटाने में भी भूमिका निभाई।


5. सामाजिक अशांति: मपिलाओं की सामाजिक स्थिति, आर्थिक स्थिति और राजनीतिक हाशिएकरण के प्रति असंतोष इस विद्रोह को बढ़ावा देने वाला प्रमुख कारण था।

इन कारणों ने मोपला विद्रोह को उत्प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप सशस्त्र उग्रवादियों और ब्रिटिश औपनिवेशिक बलों के बीच खूनी संघर्ष हुए, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और बड़े पैमाने पर विनाश हुआ।

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